‘गलत प्लस’ की ओर से आयोजित एक इवेंट में अनुराग ने ‘सैराट’ और ‘कांतारा’ की तुलना कर दी। इस कार्यक्रम में निर्देशक नागराज मंजुले भी मौजूद थे। इस कार्यक्रम में बोलते हुए अनुराग ने कहा, ‘मैं नागराज के साथ बात कर रहा था. मैंने उनसे कहा, क्या आप जानते हैं कि ‘सैराट’ ने मराठी सिनेमा को बर्बाद कर दिया है? क्योंकि इस फिल्म की सफलता ने सभी को यह बता दिया था कि एक फिल्म में इतना पैसा कमाने की ताकत होती है। इसलिए कॉपी की ‘सैराट’। उमेश कुलकर्णी और अन्य निर्देशकों ने अलग-अलग हेयरकट वाली फिल्में बनाना बंद कर दिया। जब कोई फिल्म अच्छा करती है तो मायने यह रखता है कि लोग उससे क्या सीखते हैं।’
अनुराग ने आगे कहा, ‘या तो आपको अपनी फिल्मों का स्तर ऊंचा करना होता है या फिर आपको अच्छी कहानी कहनी होती है। ‘कांतारा’ और ‘पुष्पा’ जैसी फिल्में आपको लीक से हटकर अपनी कहानी कहने का मौका देती हैं। ‘केजीएफ’ जितनी हिट रही, इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि वैसी ही दूसरी फिल्म बनेगी तो उतनी ही बड़ी हिट होगी। बॉलीवुड ने भी ऐसा ही किया है और हम आटे की स्थिति देख रहे हैं। अगर ऋषभ शेट्टी फिल्म बनाने का अपना तरीका बदल दें और बॉक्स ऑफिस की सफलता को ध्यान में रखकर बड़े बजट की फिल्में बनाने लगें तो बड़ी समस्या हो जाएगी।’ अनुराग के बयानों की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा होती है।